Monday, October 5, 2015

क्या तावीज़ से शिफा होती है ?


۞۩बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम۩۞
क्या तावीज़ से शिफा होती है ?

अब्दुल्लाह बिन मसऊद की पत्नी ज़ैनब, अब्दुल्लाह बिन मसऊद से रिवायत करती हैं कि
मैं ने अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को फरमाते हुये सुना : "झाड़-फूँक, ताबीज़-गण्डा और प्रेम-मंत्र शिर्क है।"
वह कहती हैं : मैं ने कहा कि आप ऐसा क्यों कहते हैं ? अल्लाह की क़सम! मेरी आँख दर्द से भड़कती थी और मैं फलाँ यहूदी के पास जाती थी जो मुझे दम करता था, जब वह मुझे दम करता तो वह शांत हो जाती थी।
अब्दुल्लाह बिन मसऊद ने कहा : यह शैतान का काम है, वह उस में अपना हाथ चिभोकर उसे भड़का देता था, फिर जब वह उसे दम करता था तो उस से रूक जाता था। तुम्हारे लिए काफी था कि तुम उसी तरह कहती जिस तरह अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम कहते थे :
"अज़्हिबिल्बास रब्बन्नास, वश्फ़ि अन्तश्शाफ़ी, ला शिफ़ाआ इल्ला शिफ़ाउक्, शिफ़ाअन् ला युग़ादिरो सक़मा"
"ऐ लोगों के रब! कष्ट को दूर कर दे, और स्वास्थ्य प्रदान कर, तू ही स्वास्थ्य प्रदान करने वाला है, तेरे रोग निवारण के अलावा कोई रोग निवारण नहीं, ऐसा रोग निवारण (स्वास्थ्य) प्रदान कर कि कोई बीमारी बाक़ी न रहे।"
इसे अबू दाऊद (हदीस संख्या : 3883)
और इब्ने माजा (हदीस संख्या : 3530) ने रिवायत किया है।
इस हदीस को शैख अल्बानी ने "अस्सिलसिला अस्सहीहा" में (हदीस संख्या : 331, तथा 2792 के अंतरगत) सहीह कहा है।

उक़्बा बिन आमिर अल-जुहनी से रिवायत है कि अल्लाह के
रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के पास लोगों का एक समूह आया, तो आप ने नौ लोगों से बैअत किया और एक से रूक गये, तो उन्हों ने कहा : ऐ अल्लाह के रसूल! आप ने नौ लोगों से बैअत किया और एक को छोड़ दिया। आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया: "वह ताबीज़ पहने है।" इस पर उस ने अपना हाथ अंदर डाल कर उसे काट दिया, तो आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने उस से बैअत कर लिया और फरमाया : "जिस ने ताबीज़ लटकाया उस ने शिर्क किया।"
इसे अहमद ने रिवायत किया है (हदीस संख्या : 16969)
तथा इस हदीस को शैख अल्बानी ने "अस्सिलसिला अस्सहीहा" (हदीस संख्या : 492) में सहीह कहा 

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